"" संघर्ष "" by Vipin Dilwarya ( published by Amar Ujala kavya )


""  संघर्ष  ""


सफलता का बस एक ही मंत्र ,
संघर्ष कर  तु  संघर्ष कर ।।

संघर्ष से  तु  कभी घबराना नहीं
संघर्स के बिना कोई हुआ महान नहीं ,

संघर्ष का सफर  ना  तु खत्म कर
संघर्स के बिना कोई हुआ सफल नहीं ,

जीवन की  इन  कठिनाइयों में
तुझे अकेले  ही  संघर्ष करना है ,

संघर्ष में  ना  कोई साथ देगा
इन बाधाओं को तुझे पार करना है ,

आग का दरिया है  राहों में
अंगारों पर  तुझे चलना है ,

जीवन  के  इस संघर्ष में
तुझे अभी  और तपना है ,

संघर्ष कर, तुझे ऐसे है चमकना
जैसे आग  में  तपकर सोना ,

हिम्मत ना हार तु होंसला रख
हौसलों  को  अपने बुलंद कर ,

हारकर भी  संघर्ष कर
निश्चय  कर  अपनी जीत कर ,

सफलता का बस एक ही मंत्र ,
संघर्ष कर  तु  संघर्ष कर ।।


By _ Vipin Dilwarya

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