"" वतन मेरे वतन "" by Vipin Dilwarya ( published by newspaper )


""  वतन मेरे वतन  ""


वतन मेरे वतन...
पहचान जिसकी चैनो अमन
भारत मेरा सौहार्द का चमन ,

ऐसा है मेरा वतन 
वतन मेरे वतन...

वतन की शान में 
अमन की चाह में 
तिरंगा बसा है हमारी जान में ,

जिसमे बसती हमारी जान है
पूरी दुनिया में अमन कि पहचान है
तिरंगा जिसकी शान है
वो मेरा हिन्दुस्तान है ।

हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई 
सभी धर्मो से मिलकर बना ,

ऐसा है मेरा वतन 
वतन मेरे वतन...

दुश्मन को ना हम जीतने देंगे
देश को ना हम झुकने देंगे ,
चाहे कितनी भी कुर्बानी दें
तिरंगे की शान को ना हम घटने देंगे ।

पिघला नहीं सकती फौजी को
जलते सूरज की ये तपन ,
गला नहीं सकती फौजी को
गिलेशियर  की  ये गलन ।

जिसके वास्ते निशार है जान और तन
ऐसे वीरो का मेरा भारत वतन ,
जान गंवाई वीरो ने तिरंगे के लिए
उन वीरों को मेरा शत् शत् नमन ,

ऐसा है मेरा वतन
वतन मेरे वतन...

🙏स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏



                                     
                                        By _ Vipin Dilwarya


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