डॉ0 भीमराव अम्बेडकर by Vipin Dilwarya



डॉ0 भीमराव अम्बेडकर 



(1)

एक ललकार
करो स्वीकार....
चारों और करो
जय भीम की पुकार...

(2)

गली-गली शहर-शहर
और हर चौबरें....
नहीं रुकेंगे नहीं थामेंगे
चारों और गूंजेगे अब
जय भीम के नारे....

(3)

जब तक हैं
जान में जान..
तब तक रहेगा
भीम का नाम..


By_ Vipin Dilwarya



Comments

Popular posts from this blog

पेड़ों का दर्द ( Pain of trees ) by _ Vipin Dilwarya ( Published by newspaper )

" खूबसूरती निहारती आइने में " ( एसिड अटैक ) by Vipin Dilwarya ( published by Amar Ujala kavya )

[ अनाथ बच्ची ] एक नन्ही सी जान.. by Vipin Dilwarya ( published by Amar Ujala kavya )