Part - 13 - Thoughtfull Shayari __Ghazi acharya
Thoughtfull Shayari
(1)
मंजिल दूर है
रास्ता गुज़रा अभी आधा है
थक सा गया हुँ चलते-चलते
लगता है ख्वहिशो का वज़न कुछ ज्यादा है
(2)
खो दिया था हमनें बचपन उस दिन
जिस दिन लोगो नें कहा कि समझदार हो गये हो
(3)
यूं ही नहीं आया वो तूफान यहाँ
वो एक पैगाम लेकर आया है
गिर चुका है किस कदर इन्सान यहाँ
वो उसका अंजाम लेकर आया है
(4)
इतनी बाजियां हारा हुँ मैं
मगर ख़ुद से नहीं हारा हुँ मैं
मौत लगी है मेरे पीछे पीछे
मगर ज़िन्दगी आ रहा हुँ मैं
(5)
जो लोग संघर्ष करते है
वो कामयाबी को किस्मत का नाम नहीं देते
(6)
आना जाना लगा रहना है यहाँ
आज ज़िन्दगी है कल मरना है यहाँ
कोन कब तक शोक मनायेगा
ये जीवन चक्र है चलते रहना है यहाँ
(7)
किसको कितना मुकम्मल जहाँ मिला
और नहीं सिर्फ तू जनता है मेरे ख़ुदा
(8)
दौलत से प्यार वो अन्धा कर रहा है
आपदा को अवसर बनाकर
व्यापार नहीं वो धन्धा कर रहा है
(9)
बस कर और कितना सिखायेगी
ज़िन्दगी और क्या-क्या दिखायेगी
ना कर इतना मजबूर ए ज़िन्दगी
इंतज़ार करुँ कि मौत कब आएगी
(10)
योजनाओं के नाम पर झांसे ही झांसे है
व्यवस्था के नाम पर तमाशे ही तमाशे है
सब कुछ ठीक है मीडिया और अखबारो में
ज़रा देखो हुक्मरां ज़मीन पर लाशे ही लाशे है
__गाज़ी आचार्य ' गाज़ी '
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