सावन की बरसात by Vipin Dilwarya ( published by newspaper )
सावन की बरसात
आया बरसात का मौसम झूमले
बादल आए झूम झूमके और
बादलों को चूमले ।
ऋतु बदली गया ज्येष्ठ आषाढ़ साल का
था इंतेज़ार माह बदले और
आए सावन झूमके ।
आया बरसात का मौसम झूमले.........
मिट्टी की वो सौंधी खुशबू याद आई
जब सावन की बरसात आई ,
खिल उठते है चेहरे जब
खेतो में हरियाली आए घूमके ,
आया बरसात का मौसम झूमले.........
सावन की फुहारें बचपन की याद दिलाएं
काश बागों के वो झूले फिर से झूल जाए ,
बीत गई सावन की वो खुशियां
वो खुशियां फिर से लौट आए ।
झमाझम बरसे बारिश के संगीत में ,
तन नाच उठा
और सावन के गीत गाए झूमके ,
आया बरसात का मौसम झूमले
बादल आए झूम झूमके और
बादलों को चूमले ।
काली घटा छाए सावन में ,
पवन चली पुरवाई
चुपके से कह जाए कानन में ,
आने वाली है बरखा
तू नाचले अपने आंगन में ।
आया बरसात का मौसम झूमले
बादल आए झूम झूमके और
बादलों को चूमले ।
Lovely bro.
ReplyDeleteThanks Bhai 🙏
DeleteNC blog
ReplyDeleteThank u so much
DeleteSuper mama ji
ReplyDeleteThank u 😊😊
DeleteVery nice bhai
ReplyDeleteThanks bro
DeleteSuperb bhi ji👌👌👌👌
ReplyDeleteThanks bhai
DeleteSuper 👌👌
ReplyDeleteThank you so much
DeleteNice.👏👌
ReplyDeleteKeep it up
Thanks Bhai 🙏
ReplyDeleteThank u so much
ReplyDeleteWah bhai g gjb...
ReplyDeleteThanks bro
DeleteWah bhai g gjb
ReplyDeleteGood for Health and good for Maiden
ReplyDelete🙏🙏
DeleteGood night
ReplyDeleteGood night 🙏
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