" मृत्यु अटल सत्य " by Vipin Dilwarya ( published by Amar Ujala kavya )

" मृत्यु अटल सत्य "



ये जीवन तेरा यूं ही गुजर जाएगा
ज़िन्दगी पे ना घमंड कर
ये घमंड चूर - चूर हो जाएगा ।

मृत्यु जीवन का अटल सत्य है
सब यहीं रह जाएगा ।।

जिंदगी भर जो कमाया
वो दूसरो का हो जाएगा
अपने लिए कुछ नहीं रह पाएगा ।

इससे छीनकर उससे लूटकर
जिंदगी भर गांठ बनाएगा ,
अब भी वक्त है वक्त से संभल जा
जिंदगी पल भर का खेल बन जाएगा ।

इस दुनिया में कोई सर्वश्रेष्ठ नहीं
मृत्यु जीवन का अजर - अटल सत्य है
इस पर किसी का वश नहीं ।

राजा हो या रंक तु एक दिन
मौत के आगोश में सो जाएगा ,
तु क्या लाया था और क्या ले जाएगा ?

दिलवारिया तो यही समझाएगा
दान - पुण्य कर कुछ कर्म करले
ये जीवन तेरा संवर जाएगा ,
मृत्यु तो निश्चित है आएगी
पर तेरा व्यक्तित्व अमर हो जाएगा ।

मृत्यु जीवन का अटल सत्य है
सब यहीं रह जाएगा ।।


         https://vipindilwarya.blogspot.com


          

__ विपिन दिलवारिया

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