अपने घर में जिम्मेदार हूँ ( shayari ) by Vipin Dilwarya
अपने घर में जिम्मेदार हूँ
छोटी सी उम्र मे मैं बड़ा कर्जदार हूँ
मैं अकेला अपने घर में जिम्मेदार हूँ
वो अदाकारी के गुर सिखाते है जहाँ
उसे नहीं पता मैं वहाँ का मुख्य किरदार हूँ
लगे है बदी करने वो अशिक़ो की मुझसे
उसे नही पता मैं अशिक़ो का लम्बरदार हूँ
इस ज़ालिम दुनिया के बड़े ज़ालिम से
बड़ा गहरा नाता है उस ज़ालिम का
मगर उस ज़ालिम को नहीं पता
मैं उस ज़ालिम का भी सरदार हूँ
__विपिन दिलवरिया
Hii
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Deep love poems for him in Hindi