ये कैसा दुश्मन जिसका नाम कोरोना है ( corona poetry ) by Vipin Dilwarya
ये कैसा दुश्मन जिसका नाम कोरोना है
ये कैसी जंग है और किससे लड़ना है
ये कैसा दुश्मन जिसका नाम कोरोना है
अजीब लड़ाई है ये किस पर शस्त्र उठाये
यहाँ शत्रु कोई नहीं फिर भी जंग लड़ना है
किसका साथ दें और किसका साथ लें
यहाँ पहले अपनों से ही दूरी बनाना है
ये कैसी घड़ी आई बनकर विपदा छाई है
यहाँ दुश्मन लगता हर कोई अपना है
ये कैसी जंग है और किससे लड़ना है
ये कैसा दुश्मन जिसका नाम कोरोना है
कब कहाँ से वार करेगा, इसका रंग रूप
ना किसी ने देखा ना किसी ने पहचाना है
अजीब कशमकश है सबके अन्दर कोरोना
की जंग में यहाँ कौन दुश्मन कौन अपना है
ये कैसी जंग है और किससे लड़ना है
ये कैसा दुश्मन जिसका नाम कोरोना है
By _ Vipin Dilwarya
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